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कोरोना के कारण यूपी एसएलबीसी के द्वारा प्रदेश में बैंको को 10 बजे से 2 बजे तक 50 फीसदी स्टॉफ के साथ कार्य करने के निर्देश जारी किए थे जिसकी समयावधि 31 मई तक के लिए थी।
राज्य स्तर बैंकर्स समिति के द्वारा इसी मुद्दे पर मीटिंग बुलाई गई एसएलबीसी के संयोजक व बॉब के महाप्रबंधक श्री ब्रजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसमें सभी सदस्य बैंको एवं नाबार्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की और कोविड की वजह से जारी समय की कटौती और 50 फीसदी स्टॉफ उपस्थिति के आदेश को खत्म करने का फैसला लिया और बैंको में सभी कार्य समान्य तौर पर चालू करने और ग्राहक सेवा समय भी पूर्व की भांति 10 बजे से 4 बजे तक करने पर सहमति बनी क्योकि ज्यादातर उपस्थित बैंको के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा सरकार द्वारा जारी नई स्कीम, ईसीएलजीएस, खराब ऋणो का पुनर्गठन, एमएसएमई आदि कार्यो को देश व सरकार की अर्थव्यवस्था की मजबूरी बता कर पूरे स्टॉफ के साथ सामान्य बैंकिंग करने की छूट प्रदान किये जाने की वकालत की।
जहाँ एक तरफ बैंको के प्रबंधनतंत्र और सरकार के द्वारा एक भी बार कर्मचारियों के लिए वैक्सीन, कोरोना से सुरक्षा के ख्याल की चर्चा तक जारी सर्कुलर में न होना साफ तौर पर जाहिर करता है कि बैंक प्रबंधन कितना अशहष्णु हो गया है कर्मचारियों के प्रति जबकि राज्य सरकार ने सरकारी कार्यालयो में अभी भी 50 फीसदी उपस्थिति का आदेश दिया है, बिना वैक्सीन , बिना दैनिक सेनिटाइजेशन के और बिना किस सुरक्षा के कार्य करने वाले प्रदेश के बैंक कर्मियो के साथ अन्याय किया जा रहा है वो भी सिर्फ सरकारी नीतियों और अपने अपने बैंको के बिजनेस के लिए मात्र और फ्रंट लाइन कर्मचारियों की कोई सुध तक नही ली इस मीटिंग में उपस्थित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने।