कोविड में
जान गंवा देने वाले युवा बैंककर्मी
के परिजनों को स्टेट बैंक द्वारा
30.72 लाख का भुगतान किया
जायेगा। बैंककर्मी आशीष जादौन के
परिजनों को इस राशि का पांच मदों
में भुगतान कराया गया। वी बैंकर्स
एसोसियेशन
द्वारा तकरीबन
एक साल पहले
यह मामला
मैनपुरी शाखा में लिपिक के तौर पर
कार्यरत आशीष कोविड संक्रमित होने
के बाद ठीक हो गये थे, कुछ दिन बाद
फिर उनकी तबियत बिगड़ गयी ।
परिजनों ने उनके इलाज के लिये एम्स
तक दौड़ लगायी थी । उनका निधन
कोविड के चलते हुयी समस्याओं के
कारण हुआ लेकिन
नियमों
वी बैंकर्स के प्रयासों
से
हुआ फैसला
लगाया गया था। जिस पर आज
फैसला हो गया और बैंक ने भुगतान
भी कर दिया। कोरोना काल में बैंकों
ने आम जनता को सहूलतें दी थी,
जिसके चलते तमाम बैंक कर्मचारी न
केवल कोविड शिकार हुये बल्कि
तमाम कर्मियों ने जान भी गंवा दी थी।
जानकारी के मुताबिक 1200 से
ज्यादा बैंककर्मियों ने अपनी जान गंवा
दी थी। 22 वर्षीय आशीष जादौन भी
उनमे से एक थे, एसबीआई की
के
मुताबिक उन्हें
कोविड इंश्योरेंस
नहीं मिल सकता था। तब We Bankers
के महामंत्री आशीष मिश्रा ने सहायक
श्रमायुक्त कार्यालय में विवाद दाखिल
किया था। आज इस मामले पर
फैसला हो गया और परिजनों को
30.72 लाख का भुगतान हो गया।
सहायक श्रमायुक्त अश्विनी मणि
त्रिपाठी ने एमओयू पर दस्तखत
कराये। इस दौरान बैंक के विधि
अधिकारी नीलकंठ कपूर, श्वेता सिंह,
कमलेश चतुर्वेदी इत्यादि मौजूद रहे।
![]() |